मलाला यूसुफजई ने वर्ष 2014 का लिबर्टी मेडल जीता
युवा पाकिस्तानी शिक्षा अधिवक्ता मलाला यूसुफजई को 30 जून 2014 को अमेरिका के पेंसिल्वेनिया, फिलाडेल्फिया में राष्ट्रीय संविधान केन्द्र द्वारा वर्ष 2014 का लिबर्टी मेडल प्रदान किया गया.
मलाला ने विपरीत परिस्थितियों में साहस के निरंतर प्रदर्शन को जारी रखने और बुनियादी मानव अधिकारों और स्वतंत्रता का खंडन करने वाले लोगों के खिलाफ एक शक्तिशाली आवाज उठाने के लिए पदक जीता.
मलाला 25 साल के इतिहास में सबसे कम उम्र की पदक प्राप्तकर्ता होगी जो 21 अक्टूबर 2014 को फिलाडेल्फिया में केंद्र में आयोजित होने वाले एक समारोह में पुरस्कार प्राप्त करेंगी.
मलाला ने विपरीत परिस्थितियों में साहस के निरंतर प्रदर्शन को जारी रखने और बुनियादी मानव अधिकारों और स्वतंत्रता का खंडन करने वाले लोगों के खिलाफ एक शक्तिशाली आवाज उठाने के लिए पदक जीता.
मलाला 25 साल के इतिहास में सबसे कम उम्र की पदक प्राप्तकर्ता होगी जो 21 अक्टूबर 2014 को फिलाडेल्फिया में केंद्र में आयोजित होने वाले एक समारोह में पुरस्कार प्राप्त करेंगी.
मलाला यूसुफजई बारे में
- मलाला 15 वर्ष की उम्र में तालिबान के एक हमले में जीवित बचाई गई थी. लड़कियों की शिक्षा की वकालत करते हुए उन्हें वर्ष 2012 में गोली मार दी गई.
- मलाला नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित होने वाली सबसे युवा व्यक्ति हैं.
- वह वर्ष 2013 की टाइम पत्रिका के पर्सन आफ द ईयर के 4 उपविजेताओं में से एक थी.
- वह वर्ष 2013 में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार पुरस्कार की विजेता है जो प्रत्येक पांच वर्ष में दिया जाता है.
लिबर्टी मेडल के बारे में
लिबर्टी मेडल वर्ष 1988 में स्थापित एक वार्षिक पदक है और राष्ट्रीय संविधान केंद्र, फिलाडेल्फिया द्वारा दिया जाता है. यह मेडल उन पुरुष और महिलाओं के साहस और दृढ़ विश्वास के लिए दिया जाता है जो दुनिया भर में लोगों की स्वतंत्रता को सुरक्षित रखने के लिए प्रयासरत है.
यह मेडल वर्ष 1989 के बाद से दिया जा रहा है और इस मेडल की पहली प्राप्तकर्ता पोलिश सोलिडेरीटी की संस्थापक लेक वालेसा थी. पदक के कुछ अन्य प्राप्तकर्ताओं में मुहम्मद अली, पूर्व राष्ट्रपति जिमी कार्टर, दक्षिण अफ्रीकी नेता नेल्सन मंडेला, सैंड्रा डे ओ कोनर, शिमोन पेरेज, कॉलिन पॉवेल और पूर्व संयुक्त राष्ट्र महासचिव कोफी अन्नान हैं.
वर्ष 2013 के लिबर्टी मेडल से तत्कालीन विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन को सम्मानित किया गया.
वर्तमान में जेब बुश राष्ट्रीय संविधान केन्द्र की अध्यक्ष हैं